दुनीया की सबसे महंगी सब्जी हॉप शूट्स के खेती करना यहाँ से सीखे |( IN HINDI )
WRITTEN BY (SURYA YADAV)
hops shoots :- क्या आपने कभी विचार किया है की कोई सब्जी 1000 रु की भी हो सकती है
यदि आपने कभी विचार नहीं किया है तो कोई बात नहीं आज हम आपको बताएगे की वह सब्जी कौन सी है |
उस सब्जी का नाम होप्स शूट्स है जो आज के समये मे बहुत ही महंगी सब्जी है जिसे अमीर तथा गरीब लोग एक बार खरीदने के लिए जरूर सोचते है |
गर्मियों
यह एक सब्जी ही नही बल्कि इसको (औषधि ) मे गिना जाता है इस पौधो को उगाने के लिए गरम वातावरण की अति आवश्यकता होती है हमारे देश मे हॉप शूट्स के खेती बहुत ही कम की जा रही है |
इस सब्जी को होप्स शूट्स के नाम से जाना जाता है हम इस सब्जी को कई प्रकार से उपयोग करते है
जैसे :- जूस ,आचार ,पेय पदार्थ ,सब्जी ,शराब बनाने मे , औषधि इत्यादी मे करते है
हॉप शूट्स भारत के साथ – साथ अंतराष्ट्रीय बाजारो मे भी बहुत ही मांग हो रही है
हॉप शॉट्स का सेवन करने से सेहत रोग मुक्त रहता है साथ ही यह शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है |
हमारे सुपर विज़न बिज़नस डॉट कॉम पर इसकी सम्पूर्ण जानकारी दी जाएगी जिससे आप इसकी खेती आसानी से कर सकते है |
- हॉप शूट्स क्या होता है
- हॉप शूट्स खाने से फायेदे
- हॉप शूट्स का उपयोग कैसे किया जाता है
- हॉप शूट्स का आयोर्वेदिक तथा औषधि लाभ क्या है
- इसके पौधो को कैसे लगाया जाता है
- इसके पौधे को कैसे तैयार करे
- हॉप शूट्स के खेती के लिए समय अवधि कितनी होती है
- हॉप शूट्स की खेती के लिए वातावरण कैसा होना चाहिए
- खाद और उर्वरक की मात्रा कितनी होनी चाहिए
- किट और रोगो से बचाव के लिए रोक थम
यह सारी जानकारी आपको आगे मिलेंगे – supervisionbusiness.com
हॉप शूट्स क्या है – hop shoots in hindi
हॉप शूट्स की खेती के लिए गर्म वातावरण की आवश्यकता होती है हॉप शूट्स का अधिक उपयोग आयुर्वेदिक दवाओ और औषधि मे बहुत ही अधिक मात्रा मे किया जाता है साथ ही शराब बनाने मे भी इसका उपयोग किया जाता है |
हॉप शूट्स के पौधे सर्दियों मे अधिक विकाश नही करते है सर्दियो मे इसके सिरे जल जाती है
हॉप शूट्स के पौधे के विकाश के लिए हल्के नमी और धूप बहुत ही फायदेमंद होती है |
हॉप शूट्स को खाने से फायदे
हॉप शूट्स को खाने से कैन्सर की कोशिकाओ को रोकता है
इसको खाने से अनिन्द्र, बेचैनी, चिंता दूर होती है इसका अर्क बनाकर पीने से नींद आने की समस्या ठीक हो जाती है साथ ही ये टीबी के रोग से भी बचाव करता है |
हॉप शूट्स खाने से चेहरा के सारे रोग समाप्त हो जाते है और चेहरे पर चमक आती है यह कैंसर के दवा के लिए बहुत ही विधमान होती है जो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को रोक ने मे बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है |
हॉप शूट्स को खाने से पेट की भी समस्या दूर हो जाती है पेट की समस्या जैसे – भूख बड़ाने मे सहायक होती है , शराब के सेवन को रोकने के लिए सहायक होती है , टीबी के रोगी के लिए यह बहुत ही शाहायक होती है |
हॉप शूट्स की खेती के लिए समय अवधि
हॉप शूट्स के खेती के लिए मौसम का बहुत ही महत्व होता है
यदि आप हॉप शूट्स के खेती समय पर नहीं करते है तो आप अच्छी उत्पादन नहीं प्राप्त कर सकते है इसीलिए हॉप शूट्स की खेती समय पर करनी चाहिए जो की मार्च से जून तक का समय हॉप शूट्स के खेती के लिए बहुत ही अच्छा होता है
हॉप शूट्स की खेती के लिए कौन सी भूमि अच्छी होती है –
हॉप शूट्स की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है जिनमे पानी का निकास अच्छा होना चाहिए इसकी खेती के लिए आप नदी वाले इलाके का भी इस्तेमाल कर सकते है
जहा पर हॉप शूट्स के पौधे की जड़े पाने मे डूबी होंगी वंहा प इसकी खेती नहीं की जा सकती जंहा पर आप इसकी खेती करेगे वंहा की मिट्टी पोषक तत्यों से भरपूर होनी चाहिए |
हॉप शूट्स की खेती की लिए वातावरण कैसा होना चाहिए –
हॉप शूट्स की खेती के लिए आप प्र्तेक जलवायु मे इसकी खेती कर सकते है परंतु वह मौसम और जलवायु सबसे अच्छा होता है जब गर्मियों मे तापमान 15 डिग्री सेल्शियस औसत के माध्यम की आवस्यकता होती है तब कही जाकर आप हॉप शूट्स की खेती आसानी से कर सकते है |
गर्मियों के समय आप सीचाई की अछि बेवास्था होने पर गर्मियों मे यदि तापमान अधिक भी हो तो भी आप हॉप शॉट्स की खेती आसानी से कर सकते है लेकिन बरसात के आधिक होने पर पौधे के संकु का विकाश अच्छी तरह से नहीं होता है बरसात पौधे के लिए उजागर कर सकता है |
हॉप शूट्स के खेती के लिए अछी किस्मों का चुनाव –
हॉप शूट्स के खेती के लिए आप ईसके बीजो को दो प्रकार से तैयार कर सकते है पहली बिधी – आप ईसको कलन बिधी से भी तैयार कर सकते है दूसरी बिधि आप ईसके बीजो को बो कर ईसको तैयार कर सकते है |
परंतु कलन बिधी सबसे अच्छी मनी जाती है ईस बिधी से हॉप शूट्स के पौधे अच्छी तरह से तैयार होती है |
पौधे का रोपण कैसे करे तथा किस समय करे
हॉप शूट्स के खेती फरवरी , मार्च से जून के समय मे किया जाता है यदि आप हॉप शूट्स के खेती पतझण के मौसम मे करते है तो यह पौधे के विकाश के लिए बहुत ही अच्छा होता है और उत्पादन मे भी बड़ोत्री होती है |
जब भी आप हॉप शूट्स के पौधे लगाए तो उसकी सीचाई अवस्य करे हल्की नमी मे पौधे को धूप मिलेगी तो पौधा बहुत ही जल्दी विकाश करेगा | शुरुआत मे हॉप शूट्स के पौधे के पौधे के पत्ते का कलर बैंगनी होता है तथा कुछ समय पश्चात ईसके पौधे के पत्ते हरे कलर की हो जाती है
पौधो के बीच मध्य दूरी कितनी होनी चाहिए –
यदि आप ने हमारा ब्लॉग यहा तक पढ़ लिया है तो ईसका मतलब आप हॉप शूट्स की खेती कने के लिए बिलकुल तैयार है |
ईन पौधो की लंबाई 2,3,मीटर या 6 मीटर तक की होती है |
ईन पौधो को अलग -अलग वातावरण मे अलग – अलग बिधीयों से लगाया जाता है
जिनकी दूरी (2 मीटर वाले पौधे के लिए)
हॉप शूट्स की खेती के लिए कितनी खाद और पोषण की आवस्यकता होगी
हॉप शूट्स के खेती के लिए आपको जमीन मे उचीत खाद और पोषण की आवस्यकता होगी हल्की कमीन मे आप ईसकी खेती नहीं कर सकते है अछे किस्म के खाद और पोषणों के साथ आप खेती कर के अच्छी आय भी प्राप्त कर सकते है
हमे हॉप शूट्स के खेती के लिए खेत मे 20 से 25 टन लगभग गोबर के खाद तथा 2 बेग नाईट्रोजन ,200 किलो (ssp) सिंगल सुपर फास्फोट ,180 से 200 किलो (mop) म्युरेट आफ पोटास का की आवस्यकता प्रति हेक्टेयर खेत मे होगी
ये सभी दी गई खाद की जानकारी अपने खेतो मे डालने से पहले आप अपने खेत के मिट्टी का परीक्षण अवस्य करवाले जिससे आपको आसानी से पता चल सके की आपको आपने ख़तो मे कोन सी खाद का उपयोग करना है
मिट्टी परीक्षण से खेत मे लगने वाले खाद की लागत कम हो जाती है
ईन सब कार्यो को कने के बाद आपको खाद को अच्छी तरह से मिक्स करके खेत मे बिखेर देना है |
फसल मे लगने वाले किट और रोगो से रोकथाम –
रोमिल –
यह रोग पौधो के शाखाओ ,पत्तियों ,और पके हुये शंकुओ पर अधिक प्रभाव डालता है
ईस रोग से रोक थाम के लिए आपको रोगग्रस्त भाग को अलग कर देना चाहिए और बोड़ो मिश्रण का स्प्र्ये हर 15 से 20 दिन तक पौधो पर फूल पकने से पहले स्प्र्ये करते रहना चाहिए
विल्ट –
यह रोग मिट्टी मे से पौधो पर आते है नए पत्तों और शाखावों को ग्रसित कर देते है |
ईस रोग से बचाव के लिए पौधो को खेत से बाहर निकाल देना ही बेहतर होता है |
हॉप शॉट्स के पौधो पर फूल आने का समय
हॉप शूट्स के पौधे पर फूल जून के महीनो मे लगभग आजाते कुच्छ समय बाद पौधे पर फूल बढ़ते है और फूल खिल कर पत्तियों पर झड़ने लगते है और शंकु बंता है |
ईस की तुड़ाई अच्छे से करना चाहिए जिससे उत्पादन मे बड़ोत्री हो
फूलो की तुड़ाई कब और किस समय करे –
हॉप शूट्स के फूलो की तुड़ाई अगस्त से सितंबर महीने मे की जाती है ईसके शंकुओ को पीले रंग के होने तथा शंकुओ से सुगंध आने पर ही करते है |
उत्पादन –
(4:1)का अंतर होता है |
हॉप शूट्स की प्रोसेसिंग –
हॉप शूट्स के शंकुओ के तुड़ाई के बाद विशेस तापमान के आवस्यकता होती है ईसको सूखने के लिए 35 डिग्री तापमान के आवस्यकता होती है
आप ईसको जल्दी सुखाने के लिए अपने आवस्यकता अनुसार तापमान को बढ़ा सकते है |